वह पीछा करती है सुराग लगाती है उसके सिवा दूसरे के साथ कोई चक्कर है या नहीं वह क्या जाने हद से ज्यादा प्यार करता हूं उसके बगैर दिल में चैन नहीं रहता है
मेरे जीवन की कश्ती को किनारा मिल गया उसके प्यार का सहारा मिल गया ख्वाहिशों की महफिल सज गई है इरादों की तरह ख्वाब पूरे हो गए