दिल की धड़कनों में बसने लगी हो ख्वाबों खयालों में रहने लगी हो अक्सर अकेले में, तुमसे ही बातें करता हूं धीरे-धीरे नशे सी चढ़ लगी हो
उसके इरादों से रूबरू हो गया हूं मन में खुशियों का नूर आ गया है जिंदगी में किस्मत ने दस्तक दिया है परेशानियों का नामोनिशान तक मिट गया है
तुम्हारी खूबसूरत आंखों में प्यार महसूस किया है अपनी ख्वाहिशों का इजहार करने का तरीका ढूंढ लिया है बहुत जल्दी हर बात हो जाएगी
मोहब्बत का खुमार चढ़ गया है हर वक्त मुलाकात को बेचैन रहने लगा हूं आजकल जो मन कहता है वह हर काम करने लगा हूं
इसलिए शिकायत करता हूं तुझमें सुधार आएगा हमेशा मनमानी करती हो जरा भी बदलने का नाम नहीं लेती हो
तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया मुश्किल राहों पर चलना सिखा दिया जमाने की हकीकत से रूबरू करा दिया
उसके मन की गहराई में झांक लिया है इरादों को अच्छे से पहचान लिया है इधर-उधर भटकना नहीं है हमसफर बनाने को ठान लिया है
Hindi shayari |