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फ़रवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिंदी शायरी संग्रह मनोरंजन मस्ती

Hindi shayari sangrah Manoranjan Masti तुमसे मोहब्बत करने लगा हूं सौंदर्य देखकर बहकने लगा हूं अपनी ख्वाहिशों का इजहार करने का मौका ढूंढने लगा हूं अपनी मीठी मीठी बातों में उलझाकर उनके इरादों का पता पूछने लगा हूं तुम जुनून हो तुम सुकून हो धड़कनों के बहुत करीब हो तुम्हारे बगैर जीना गवारा नहीं होगा मुझसे कभी न रुख मोड़ना अकेले में जिंदगी का गुजारा नहीं होगा मेरी फितरत पर शक करना छोड़ दो हकीकत से रूबरू होने के बाद उम्मीद है हद से ज्यादा प्यार करने लगोगी उदास जिंदगी में खुशी का रंग भरने लगोगी जब सब्र का बांध टूटता है फिर इंसाफ का सैलाब आता है अपने हक से ज्यादा चाह रखने वाला जिंदगी के सफर में मात खाता है Hindi shayari शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर shayari manoj kumar gorakhpur शायरी मनोज कुमार गोरखपुर शायरी मनोरंजन MAST SHAYARI शायरी संग्रह हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता SHAYARI INDIA हिंदी मसाला-शायरी संग्रह hindi songs shayari Shayari sangrah हिंदी शायरी संग्रह hindi shayari हिंदी में शायरी की मस्ती

शायरी संग्रह

Shayari sangrah आजकल कम मिलती हो किस बात की बेरुखी है तुम्हारी सभी शिकायतें खत्म कर दूंगा इस उम्मीद में कई बार मुलाकात की है उसकी वफ़ा के कायल हो गए हैं इस कदर मुस्कुराकर प्यार से देखा है घायल हो गए मोहब्बत के सिवा और कुछ सूझता नहीं है लोग कहते हैं हम पागल हो गए हैं अब तन्हाइयों का बोझ सह नहीं पाऊंगा इस कशमकश में जी नहीं पाऊंगा मेरे हालात पर रहम करो खुशियां लौटा दो Hindi shayari

HINDI SHAYARI SANGRAH

हिंदी शायरी संग्रह खफा होने की वजह बता दो अगर कोई गलती हुई है मुझको सजा दो लगता है तुम्हें गलतफहमियां हो गई है हकीकत से रूबरू होकर मुझको वफा दो अपने प्यार से जीवन में खुशियों का रंग भर दो मन की तनहाइयां हद से ज्यादा बढ़ गई है सुकून से जीने का इंतजाम कर दो मेरे जिंदगी में खुशियों की बहार आ गई है चाहतों की तरह प्यार मिलने लगा है अब सभी मुश्किलें दूर हो गई है हर लम्हा वादों को सोचता हूं जीने का खूबसूरत एहसास दे रही हो तुम्हारी इरादों को सोचता हूं आजकल जो निष्पक्ष एहसान कर रही हो इतनी उदार हो साथ मिलने के बाद अपनी अच्छी जिंदगी की पहचान सोचता हूं तुम्हारे प्यार ने जिंदगी की मुश्किल दूर कर दिया है जो आंखें नम रहती थी उसमें खुशियों का नूर भर दिया है हिंदी शायरी संग्रह हिंदी मसाला-शायरी संग्रह हिंदी में शायरी की मस्ती shayari शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर shayari manoj kumar gorakhpur शायरी मनोज कुमार गोरखपुर शायरी मनोरंजन MAST SHAYARI शायरी संग्रह हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता SHAYARI INDIA hindi songs hindi shayari

हिंदी शायरी संग्रह

HINDI SHAYARI SANGRAH हर इंसान के अच्छे दिन आएंगे जो जिंदगी की मुश्किलों से हारे हुए हैं वह अपनी सफलता का जश्न मनाएंगे अपने हुनर से खुशियों का दीप जलाएंगे मेरे शराफत की नसीहत मिल गई है मुझे सीधा समझकर सिर चढ़ गई है मन की ख्वाहिशें धक्के खा रही है महसूस होने लगा है प्यार अपने किस्मत में नहीं है शायरी मनोरंजन hindi shayari MAST SHAYARI शायरी मनोज कुमार गोरखपुर शायरी संग्रह हिंदी मसाला-शायरी संग्रह शायरी संग्रह मनोज कुमार गोरखपुर हिंदी शायरी संग्रह SHAYARI INDIA hindi songs shayari manoj kumar gorakhpur हिंदी विशाल शायरी संग्रह कविता shayari हिंदी में शायरी की मस्ती

Fajihat shayari Sangrah

फजीहत शायरी संग्रह मैंने माना भूल से गलती हो गई है कितना फजीहत करोगी सोहबत में रहना लंबी उम्र बाकी है फिक्र हो रही है हर कदम साथ कैसे चलोगी उसको अनायास शक हो गया है बेवजह फजीहत हो गया हूं आजकल वह गुस्से में इस तरह डूबी है मोहब्बत से रुखसत हो गया हूं मेरे शराफत का नाजायज फायदा उठाकर फजीहत करती हो ऐसा प्रतीत हो रहा है मेरा भ्रम है तुम बेतहाशा प्यार करती हो दिल में सिर्फ तुम रहती हो शक में बेवजह फजीहत करना छोड़ दो मन की गहराई में अच्छे से झांककर देख लो बेवफा के मोहब्बत में सरेआम फजीहत हो गया हूं कोई दिल की सादगी में झांकने की कोशिश नहीं किया मुझ पर कुछ लोग इल्जाम डाल रहे थे उसका अच्छे से ख्याल नहीं किया मेरे फजीहत होने का सफर शुरू हो गया है मुझसे कोई द्वेष भाव रखने वाला, उसको बहका रहा है हम दोनों में दूरियां बढ़ने लगी है और वह करीब आ रहा है